पटना के बाढ़ स्थित उमानाथ घाट पर नाव डूबने से लापता 4 लोगों में से 2 का शव मिला है। शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है। रविवार को गंगा नदी की बीच धार में 18 लोगों से भरी नाव डूब गई थी। इस हादसे में एक ही परिवार के चार लोग लापता थे। जिनमें से सोमवार सुबह दो लाशें मिली हैं।
एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि शव को तलाशने के लिए कुल 7 वोट को लगाए गए हैं। जिसमें एनडीआरएफ के तीन और एसडीआरएफ के चार वोट शामिल हैं। ये सभी नालंदा के रहनेवाले हैं। चार लोगों में अस्थावां थाना क्षेत्र के मालती गांव निवासी NHAI के रिटायर्ड क्षेत्रीय अधिकारी अवधेश कुमार सिन्हा (61), उनके बहनोई कतरीसराय थाना क्षेत्र के कमलबिगहा निवासी हरदेव प्रसाद (62), भांजा नीतीश कुमार (27) और मालती गांव निवासी स्व.विजय प्रसाद की पत्नी मंजू देवी (भाभी) शामिल है।
अवधेश प्रसाद सिन्हा की मां की 13वीं के बाद परिवार के लोग शुद्धिकरण के लिए बाढ़ के उमानाथ घाट गए थे। जहां नाव से गंगा के दियारा की तरफ स्नान के लिए चले गए। परिजन ने बताया कि जाते वक्त नाविक ने दो फेरे लगाए थे। जबकि दियारा से आने वक्त एक बच्चा समेत 18 लोग नाव पर सवार हो गए। नाव के अंदर पानी भर रहा था। बीच धार में आकर नाविक ने इंजन बंद कर दिया इसके बाद देखते ही देखते नाव नदी में समा गई। दियारा के तरफ से गोताखोर आए और 18 लोगों में से 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
इधर सीएम नीतीश कुमार ने लापता लोगों की खोज के लिए सघन सर्च अभियान चलाने का निर्देश दिया है। सीएम ने पटना डीएम को निर्देश देते हुए कहा है कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की सहायता से लापता लोगों की जल्द खोज की जाए।
अवधेश कुमार सिन्हा 29 फरवरी को क्षेत्रीय अधिकारी के पद से रिटायर हुए वर्तमान में निजी कंपनी में कार्यरत है। जबकि उनके बहनोई हरदेव प्रसाद आर्मी से रिटायर हुए हैं। उनका भांजा नीतीश कुमार हाजीपुर में एक निजी सड़क निर्माण कंपनी में काम करता हैं। डेढ़ साल पहले ही नीतीश की शादी हुई है। अवधेश कुमार सिन्हा तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। उनकी तीन बेटियां हैं जिनमें से किसी की भी शादी अभी तक नहीं हुई। बड़ी बेटी सिमरन कुमारी फैशन डिजाइनर है। जिसका खुद का स्पोर्ट कारोबार है। जिसमें करीब 100 लोग कार्यरत हैं। जबकि मंजरी बेटी नीतू कुमारी इंजीनियरिंग करने के बाद जॉब कर रही है। वहीं, छोटी बेटी श्यामा कुमारी डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत दिल्ली में एक अस्पताल में अपनी सेवा दे रही है।
अवधेश कुमार सिन्हा की पत्नी का भी बुरा हाल और उन्हें बाढ़ के एनटीपीसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पिता के नदी में लापता होने की सूचना पर बेटियां घर लौट रही हैं। अवधेश कुमार सिन्हा के बड़े भाई धनबाद में एक अस्पताल में कार्यरत थे जो रिटायर कर चुके हैं। वहीं, मंझीले भाई धनबाद झरिया में कोल फील्ड में थे वह भी रिटायर कर चुके हैं।
गांव के बड़े अधिकारी के नदी में लापता हो जाने की खबर जैसे ही ग्रामीणों को मिली तो गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया वहीं अवधेश कुमार सिंह के घर के पास चीख पुकार परिजनों की गूंज रही है। ग्रामीण परिवार वालों को सांत्वना देने में जुटे हुए हैं।