ED की पूर्व विधायक गुलाब यादव और आईएएस अधिकारी संजीव हंस के यहां छापे की कार्रवाई करीब 30 घंटे बाद खत्म हो गई है। सूत्रों के अनुसार, अपनी जांच के दौरान ईडी ने कई बेशकीमती घड़ियां, जमीन और अन्य संपत्ति में निवेश के दस्तावेज जब्त किए हैं। पंजाब, गोवा के साथ कुछ अन्य शहरों में भी संपत्ति की जानकारी मिली है।
दरअसल, सीनियर IAS संजीव हंस और झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव पर रूपसपुर थाने में दर्ज गैंगरेप केस को जांच में सही पाया गया है। इन दोनों पर एक महिला वकील ने रेप का आरोप लगाते हुए रूपसपुर थाने में पिछले साल केस दर्ज कराया था। इसी को लेकर कार्रवाई की गई है।
SSP राजीव मिश्रा ने रिपोर्ट टू में रूपसपुर थाने में दर्ज कांड सं. 18/23 को सही करार दिया। हालांकि पटना हाईकोर्ट ने संजीव हंस और गुलाब यादव पर किसी भी तरह की कार्रवाई करने पर रोक लगा रखी है। संजीव और गुलाब दोनों ने हाईकोर्ट में रूपसपुर थाना में दर्ज FIR को निरस्त करने के लिए क्रिमनल रिट याचिका दायर की है।
वहीं IAS संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के 21 ठिकानों पर ED की छापेमारी 30 घंटे बाद बुधवार को खत्म हो गई। ED को IAS संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के यहां से जो कागजात मिले, उसमें कारोबार से संबंधित बैंक एकाउंट, संपत्ति के कागज, पैसे के लेनदेन के कागजात, कारोबार से जुड़े लोगों के साथ ही अन्य सूचनाओं की जानकारी मिली। बेशकीमती घड़ियां, सोना और प्रॉपर्टी के पेपर मिले हैं। दोनों ठेका और ट्रांसफर में भी साझेदार थे।
संपत्ति का कुल मूल्य कितना है और किसके नाम पर है यह संपत्ति इसकी पुष्टि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नहीं की गई है। पूर्व विधायक के बैंक में जमा चार करोड़ रुपये की जानकारी भी सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय ने विभिन्न स्तरों से मिली जानकारियां के बाद मनी फॉर लॉन्ड्रिंग एक्ट मामले में पूर्व विधायक और आईएएस अधिकारी के आवास पर छापा मारा था। छापामारी पटना के अलावा, झंझारपुर, पुणे, महाराष्ट्र समेत कुल 12 स्थानों पर की गई थी। आईएएस अधिकारी के यहां जांच मंगलवार को ही कुछ घंटों के बाद समाप्त हो गई थी। जबकि गुलाब यादव के यहां छापामारी बुधवार को समाप्त हुई।
बता दें कि पीड़ित का आरोप है कि फरवरी 2016 को पटना के गर्दनीबाग में रहने वाले एक सीनियर वकील के यहां गुलाब यादव से परिचय हुआ था। गुलाब ने राज्य महिला आयोग में सदस्य बनाने का झांसा देकर आवास पर बुलाया। आवास में उसने पिस्टल के बल पर रेप किया। पीड़िता ने केस की तैयारी कर ली थी। इसके बाद विधायक ने उसकी मांग में सिंदूर भरकर कहा कि दोनों पति-पत्नी हैं। फिर विधायक ने पुणे बुलाया। वहां विधायक ने मेरा परिचय IAS हंस से कराया। दोनों ने लंच के दौरान नशीला पदार्थ खिलाने के बाद गैंग रेप किया। उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया। वीडियो भेजकर ब्लैकमेल किया जाता था। इसके बाद दिल्ली में दो बार गैंगरेप किया। गुलाब के साथ संजीव भी रहते थे।