IAS संजीव हंस के भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी क्रम में निर्माण कंपनी एसपी सिंगला ग्रुप के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की गई। ईडी की यह छापेमारी नवगछिया, पटना, पंचकूला, दिल्ली सहित आधा दर्जन राज्यों के 14 ठिकानों पर शुक्रवार को हुई। इस दौरान ईडी ने इलेक्ट्रॉनिक के साथ ही मैन्युअल दस्तावेज जब्त किया।
ईडी ने एसपी सिंगला ग्रुप द्वारा बनाए गए भविष्य के प्रोजेक्ट के रिकार्ड को भी जब्त किया है। ये छापेमारी सुबह 6 बजे से ही शुरु हुई, जो देर शाम तक चली। छापेमारी के दौरान एसपी सिंगला ग्रुप के कई कार्यालयों के ताले ही नहीं खुले थे। मौके पर केवल सुरक्षाकर्मी तैनात थे। इसकी वजह से ईडी के कर्मचारियों को 1 से 2 घंटे का इंतजार करना पड़ा। इसकी वजह से कई जगहों पर ईडी ने सुरक्षाकर्मियों से ही ताला खुलवा करके छापेमारी की।
जानकारी के अनुसार उन्होंने इन पुलों पर दिया था योगदान
- नया महात्मा गांधी सेतु की लागत 1794 करोड़ रुपए, निर्माण केवल 45 प्रतिशत हुआ।
- नया फोरलेन दीघा सेतु की लागत 2221 करोड़ रुपए, निर्माण 0 प्रतिशत हुआ
- शेरपुर- दीघवारा सिक्स लेन सेतु की लागत 3012 करोड़ रुपए, निर्माण 7 प्रतिशत हुआ
- विक्रमशीला सेतु की लागत 995 करोड़ रुपए, निर्माण 17 प्रतिशत हुआ
- सुल्तानगंज-अगवानी घाट पुल की लागत 1710 करोड़ रुपए, निर्माण 80 प्रतिशत हुआ, लेकिन पुल जून 2023 टूट गया
- मोकामा सिक्स लेन पुल लागत 1161 करोड़ रुपए (एसपी सिंगल सबलेट ठेकेदार), निर्माण 80 प्रतिशत हुआ
- किशनगंज मुख्य शहर में फ्लाईओवर का निर्माण
- लोहिया पथ चक्र का लागत 391 करोड़, निर्माण 90%
नवगछिया में ईडी ने शाम 4 बजे तक छापेमारी की। इस दौरान कार्यालय में रखे गए 70 से अधिक फाइलों को जब्त की। ईडी सभी फाइलों को अपने साथ झारखंड ले गई। ईडी के छापेमारी के दौरान कार्यालय में कोई अधिकारी मौजूद नहीं थे। सुरक्षाकर्मी के अलावा तृतीय श्रेणी के कर्मचारी थे। जिनसे ईडी ने पूछताछ की। सुल्तानगंज में अगुआनी पुल का निर्माण व कई परियोजना पर सिंगला काम कर रही है।
बिहार के विभिन्न हिस्से में 11 हजार करोड़ रुपए से अधिक प्रोजेक्ट पर एसपी सिंगला ग्रुप काम कर रही है। जबकि पहले ही 9 हजार करोड़ रुपए प्रोजेक्ट को पूरा कर चुकी है। इसमें 8 नदी पर पुल, 3 एलिवेटेड रोड, 2 एक्सट्राडोज्ज, केबल स्टे ब्रिज प्रोजेक्ट है। गौरतलब है कि एपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड 1996 में शुरु हुआ। कंपनी के प्रबंध निदेशक सत पॉल सिंगला पेशे से सिविल इंजीनियर है।”