पटना: लैंड फॉर जॉब केस में लालू परिवार को राहत मिली है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती और उनकी बहन हेमा यादव को राहत मिली है। बताया जाता है कि सबसे पहले जज ने मामले में पेश हुए सभी आरोपियों की हाजिरी ली। नौकरी के बदले जमीन मामले में आरोपी अमित कात्याल वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेश हुए। आरोपी हृदयानंद चौधरी भी अदालत में पेश हुए थे। मामले में सभी आरोपियों ने कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की थी। सभी आरोपियों ने रेगुलर जमानत की मांग की थी। हालांकि, कोर्ट ने बांड पर सभी को अंतरिम जमानत दी। साथ में कोर्ट ने ईडी से जवाब भी मांगा है।
वर्ष 2004 से 2009 के बीच का मामला
मामला वर्ष 2004 से 2009 के बीच नौकरी के बदले जमीन’ घोटाला हुआ था। इस दौरान लालू यादव रेल मंत्री थे। लालू के मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी में भर्तियां हुईं थी। कई लोगों को आवेदन देने के तीन दिन में ही नौकरी दी गई। बताया जाता है कि जमीन को बेचकर जो पैसा आया था वो बेटे तेजस्वी को दिया गया, जिसका इस्तेमाल दिल्ली के न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी में बंगला खरीदने के लिए किया गया। बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में 27 जनवरी को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा यादव सहित अन्य को तलब किया था।
जॉब स्कैम ममाले 28 फरवरी को फिर होगी सुनवाई
लैंड फॉर जॉब स्कैम ममाले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को सुनवाई की। कोर्ट ने मामले को सुनने के बाद राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और अन्य को अगली सुनवाई तक अंतरिम जमानत दे दी। इसके साथ ही कोर्ट ने सुनवाई के लिए अगली तिथि 28 फरवरी मुकर्रर की है। उस दिन सभी आरोपियों को नियमित तौर पर जमानत देने की मांग पर सुनवाई होगी।