बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या की वजह अब सामने आ गई है। पुलिस का दावा है कि ब्याज पर लिए गए पैसों के लेनदेन में इस वारदात को अंजाम दिया गया है। पकड़े गए चार संदिग्धों से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। मंगलवार 16 जुलाई की शाम इसको लेकर पुलिस की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी गई है।
एसपी जगुनाथ रेड्डी जल्ला रेड्डी ने कहा कि चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घर के पास लगे सीसीटीवी के फुटेज में देखा गया कि सोमवार की रात करीब 10:30-11 बजे के बीच 4 लोग घर के अंदर घुसे और कुछ देर घर के अंदर रहने के बाद निकल गए। बताया जाता है कि जीतन सहनी ने दो लोगों के ब्यास पर पैसे दिए थे। इनमें से एक ने अपनी बाइक सिक्योरिटी के रूप में रखी थी। जिसे छुड़ाने की बात करने ये लोग रात में गए थे। मृतक की दो दिन पहले कहा सुनी भी हुई थी।
जिस कमरे में हत्या हुई है वहां टेबल पर 3 खाली ग्लास मिले हैं। इसके साथ ही एक लकड़ी का बक्सा घर के पीछे तालाब में फेंका मिला है। एसपी जगुनाथ रेड्डी जल्ला रेड्डी ने बताया कि कुछ सुराग मिले हैं। जल्द हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा।
दरभंगा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जिरात स्थित घर में VIP प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी(65) की सोमवार की रात नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। इस घटना की जानकारी मंगलवार सुबह सभी लोगों को मिली। वहीं, घटना की जानकारी मिलने के 14 घंटे बाद मुकेश सहनी घटनास्थल पर मुबंई से पहुंचे। मंगलवार की देर शाम मुकेश सहनी ने अपने पिता को मुखागनि दी।
जीतन सहनी पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। बिछावन पर मिले जीतन के पेट की आंत बाहर निकल गई थी। पैर और हाथ पर गहरे जख्म थे। वे घर में अकेले ही रहते थे। करीब 8 साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। इस घटना में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मुकेश सहनी के छोटे भाई संतोष सहनी पहले ही पहुंच चुके हैं। उनके पिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
ग्रामीण के अनुसार, जीतन सहनी सुबह 4 बजे घर में भजन बजाया करते थे। मंगलवार की सुबह जब भजन की आवाज नहीं आई तो उनके घर के बाहर फूल तोड़ने पहुंचे जिरात गांव के जोगी सहनी को आश्चर्य हुआ। उन्होंने दरवाजा खटखटाया और आवाज दी। लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मोबाइल पर रिंग करने पर भी रिसीव नहीं हुआ तो उन्होंने आकर बगल के मछली मार्केट के लोगों को जानकारी दी। कुछ और लोग भी पहुंचे और पानी होकर पीछे के दरवाजे से अंदर घुसने पर बिस्तर पर ही क्षत-विक्षत अवस्था में शव देखा। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
घटना की सूचना मिलते ही डीआइजी, डीएम, एसएसपी और अन्य वरीय अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया। डॉग स्क्वायड की टीम ने छानबीन की। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से खून और पास के पोखर के किनारे से मिट्टी के नमूने लिए हैं। मौके पर कांच के तीन खाली गिलास मिले हैं। तालाब में घर से निकलकर आ रहे पाइप के पास एक जोड़ी हरे रंग की चप्पल भी जब्त की गई है।
डीआइजी बाबू राम ने बताया कि यह घर गांव के एक किनारे पर स्थित है, इसलिए पड़ोसियों को घटना की जानकारी नहीं मिली। पुलिस को सुबह सवा सात बजे घटना की जानकारी मिली। तमाम वरीय पदाधिकरी के साथ एफएसएल, श्वान दस्ते की टीम पहुंची है। कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। हमलोग घटना के पर्दाफाश के करीब हैं। इसके बाद अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। इस हत्याकांड में कई महत्वपूर्ण एंगल है।
घर के पीछे से एक छोटा सा लाल रंग का आलमीरा मिला है, जिसमें वे अपने महत्वपूर्ण कागजात और व्यक्तिगत सामान रखते थे। इस आलमीरा को घर के पीछे छोटे से तालाब में फेंका गया था। इसमें कुछ कागजात मिले हैं, जो गीले हो गए थे। इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा आसपास के लोगों से भी कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं मिली हैं। ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है।