बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके प्रभाव से राज्य के उत्तरी और उत्तर-पूर्व भागों में कई स्थानों पर बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान वजीरगंज में सबसे अधिक 44.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। वहीं, अररिया के कुर्साकांटा में 42.4 मिलीमीटर और फारबिसगंज में 33.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।
नेपाल के तराई वाले इलाके में हो रही भारी बारिश से बिहार में आफत है। पूर्णिया में 3 नदियां उफान पर है। करीब 20 गांवों में पानी भर रहा है। करीब 30 हजार की आबादी इससे प्रभावित हुई है। इधर राज्य के अधिकांश हिस्सों में उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। शनिवार को बांका, बेतिया, लखीसराय और बगहा में झमाझम बारिश हुई। वहीं, आज प्रदेश के 12 जिलों में बारिश होने की संभावना है। अन्य सभी 26 जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, कटिहार, भागलपुर, मुंगेर, बांका और जमुई में बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल दक्षिण-पश्चिम मानसून झारखंड के साहिबगंज और बिहार के रक्सौल होते हुए गुजर रहा है। मानसून के बाकी जिलों में भी आने को लेकर परिस्थितियां अनुकूल हैं। ऐसे में अगले दो से तीन दिनों में राजधानी पटना, गया, जहानाबाद, शेखपुरा, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है।
6 दिनों के विलंब से बिहार में मानसून के आने और झमाझम हो रही बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी है। किसानों को उम्मीद है कि देर से मानसून आने के बावजूद रुक-रुककर हो रही लगातार बारिश से इस वर्ष खेती अच्छी खेती हो सकेगी।