बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर शिक्षा विभाग ने कमेटी बनाई है। कमेटी इसको लेकर प्रस्ताव तैयार कर रही है। जानकारी के मुताबिक 40 साल से कम उम्र के शिक्षकों को पोस्टिंग सुदूर इलाकों में की जाएगी।
भौगोलिक आधार पर स्कूलों का पांच कैटेगरी में बांटे जाएंगे। इसी आधार पर ट्रांसफर पोस्टिंग होगी। असाध्य रोग से पीड़ित शिक्षक और शिक्षक दंपती को राहत दी जाएगी। इसके साथ ही दिव्यांग और महिला शिक्षक को भी राहत मिलेगी। बिहार के करीब 5 लाख शिक्षकों की नजर ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर सरकार की तरफ से बनाई जा रही नई नीति पर है। कमेटी शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर नीति बना रही है। वैसे इस पर फाइनल फैसला सरकार का होगा। सरकारी स्कूलों की छुट्टी को लेकर भी कमेटी नीति बना रही है।
जिला शिक्षा पदाधिकारियों से भी सुझाव लिए गए हैं। साथ ही उन्हें कई निर्देश भी सचिव की ओर से दिए गए। गठित कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ को सौंपेगी। इसके बाद शिक्षा मंत्री के सहमति के बाद इस रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा। विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर बनी नई नीति में बदलाव भी किए जा सकते हैं।
आईएएस डॉ. सिद्धार्थ द्वारा गठित उच्च स्तरीय कमेटी पर 5 लाख से अधिक शिक्षकों की नजर है। बिहार के सरकारी स्कूलों में 1 टू 8 क्लास तक 4 लाख शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं। 9वीं से 12 वीं तक शिक्षकों की कुल संख्या लगभग 1 लाख के पास है।