मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बहुत तकलीफ है कि 13 साल में भी जमीन सर्वे का काम पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा-मैं हाथ जोड़ता हूं। कहिए तो पैर भी छू लूं, लेकिन जमीन सर्वे का काम जुलाई 2025 के पहले जरूर पूरा किया जाए। यह काम विधानसभा चुनाव के पहले हर हाल में हो। वे बुधवार को जमीन सर्वे के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल 9888 लोगों के नियोजन पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
सीएम नीतीश ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि बिहार में 60% अपराध जमीन के विवाद के चलते होता है। जमीन किसकी है, यह तय नहीं है। हत्याएं होती हैं। हमने इसी को खत्म करने के लिए 2011 से सर्वे का काम शुरू कराया। ताकि तय हो जाए कि जमीन किसकी है। यह काम अब तक हो जाना चाहिए था। नहीं हुआ। काम को करने वालों की कमी थी। मैंने जल्द नियुक्ति को कहा, लेकिन इसमें भी देरी हुई। चलिए, लोग बहाल हो गए। इसलिए अब बिल्कुल देरी न हो।
इसी दौरान मुख्यमंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ.दिलीप कुमार जायसवाल और विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह की ओर मुखातिब होकर हाथ जोड़ने और पैर छूने वाली बात कही। उन्होंने मंत्री को इस काम की गंभीर मॉनीटरिंग करने की बात कही। डीएम को इस काम का बुनियादी जिम्मेदार बताया। प्रभारी मंत्रियों से कहा कि वे क्षेत्र भ्रमण के दौरान इस काम का जायजा लें। मंत्री ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिया कि यह काम जुलाई 2025 के पहले हो जाएगा।
सीएम से नियोजन पत्र लेने आया एक अभ्यर्थी उनके सामने आते ही फिसल कर गिर पड़ा। उसे उठाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा-आप स्लिप करने वाला चप्पल पहने हैं? काम पर जाने के दौरान सब कुछ ठीक रखिएगा। कोई बहाना नहीं चलेगा। काम समय पर होना ही चाहिए। मुख्यमंत्री ने 20 और विभागीय मंत्री ने 5 अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र दिया।