पटना। एक ओर केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से साफ इनकार कर दिया, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायकों के साथ बैठक की। फिलहाल अब ये बैठक सियासी गलियारों में चर्चा का बिषय बन गई है, लोग अलग-अलग तरह के कयास लगा रहे हैं। हालांकि सीएम ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपने विधायकों की बैठक बुलाई थी।
दरअसल सोमवार को जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी के आवास पर जेडीयू विधायक दल की बैठक हुई, इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने विधायकों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एनडीए के अन्य घटक दल के लोगों से तालमेल बनाए रखें और नई पीढ़ी को बताएं कि बिहार के लिए हमारी सरकार ने क्या-क्या काम किए हैं।
विधानसभा चुनाव में झोंकें पूरी ताकत
सीएम ने कहा कि ‘नई पीढ़ी नहीं जानती की 19 साल पहले बिहार की क्या स्थिति थी, इसलिए अपने-अपने इलाके में हुए कामों की सूची बनाएं और लोगों को बताएं कि हमारी सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दें और लोगों को अवगत कराएं कि विकास योजना से लेकर सामाजिक क्षेत्र में हुए कामों में हमारी सरकार का अहम रोल है।
बैठक में 11 विधायकों ने अपना मत रखा
जदयू की बैठक में 11 विधायकों ने अपना पक्ष रखा, इसमें कहा गया कि पहले ऐसा हुआ है कि ग्रामीण कार्य विभाग में पुल-पुलियों के काम को लेकर विधायकों से कोई अनुशंसा नहीं ली गई। लेकिन आपसे इस बारे में उन्हें लिखित उपलब्ध करा दिया जाए।
चार लोगों की मौत पर सीएम ने शोक जताया
बैठक के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने गंगा नदी में डूबने से चार लोगों की मौत पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि ‘घटना अत्यंत ही दुखद है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा।’ बता दें कि भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल के नारायणपुर प्रखंड स्थित गंगा नदी के जहाजी घाट पर चार लोगों के डूबने से मौत हो गई थी।